आठ सालों की मेहनत पर फिर प्रदूषण का पानी
मैं जितेन्द्र मिगलानी करनाल हरियाणा से हूं , मेरी जमीन फरीदपुर में बरसत- बराना रोड पर है। मैंने पिछले 8 वर्षो से अपने खेतों में किसी भी प्रकार का केमिकल फर्टिलाइजर व पेस्टिसाइड नही डाला है , मुझे इतना समय मिट्टी की कंडीशन सुधारने में लग गया।
अब जब पैदावार लेने का समय आया व मेरी फसल काफी अच्छी खड़ी थी तो मेरे इलाके के इंडस्ट्री वाले समुदाय ने रात को मेरे 1 एकड़ खेत मे अपनी फेक्ट्रियो से केमिकल युक्त जहरीला पानी मेरे खेत मे डालना शुरू कर दिया। चूंकि मेरे खेत मे अधिक केंचुए होने कारण खेत मे पानी खड़ा नही रहता पानी जमीन के नीचे जल्दी ही चला जाता हैं ।
ये फेक्ट्री वाले रोज़ाना रात्रि को अपनी फैक्टरीयों से डम्परों में जहरीला पानी भर कर मेरे खेत मे डाल जाते हैं । मेरे इस खेत की मिट्टी भी जहरीले पानी की वजह से लाल हो चुकी है। जिससे मेरी फसल बिल्कुल बर्बाद हो गई है और साथ ही उस खेत को जहरमुक्त बनाने पर की गई मेरी 8 वर्षो की मेहनत पर पानी फिर गया है।
इसके बारे में पॉल्यूशन डिपार्टमेंट को मेल करने पर भी कोई कार्यवाही नही हुई। आज दुखी मन से रोते हुए अपनी फ़सल को काटना पड़ रहा है। जहाँ एक तरफ सरकारे ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने की बात करती है, वही दूसरी तरफ ऐसे लोगो पर कोई कार्यवाही नही की जाती ।
एक आम किसान की रोजी रोटी के लायक जमीन ही बर्बाद करके मिट्टी व पानी को बिल्कुल जहरीला बनाने वाली इंडस्ट्री को बढ़ावा देना , ये कौनसा विकास है ? मेरी ये पोस्ट अधिक से अधिक शेयर कीजिये ताकि ऐसे लोगो पर नकेल कसी जा सके
जितेन्द्र मिगलानी, गाँव फरीदपुर , जिला करनाल , हरियाणा, मोबाइल नम्बर 9215819222,